*छोटे बच्चो के पैर हम से ज्यादा नाजुक और मुलायम होते है।
पर वो जिस गति से जमीन पर घुटनों के बल दौड़ सकते है, सोचिये क्या हम दौड़ सकते है ? नहीं॥
*वो जिस प्रकार अपने शरीर को लचीला करके मोड़ सकते है. क्या हम मोड़ सकते है ? नहीं॥
*जिस प्रकार का उनका श्वास्थ्य चुस्त-दुरुश्त होता है क्या हमारा है ? नहीं॥
*जिस प्रकार का निश्छल, निष्कपट, निश्चिंत और प्रेम-आनंद से पूर्ण जीवन वे जीते है। क्या हम जी सकते है? नहीं॥
प्रश्न है- क्यों नहीं ? जवाब एक ही है :- स्वामी रामदेव
*******करो योग रहो निरोग ********
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